लोगों की राय

बी ए - एम ए >> बीए सेमेस्टर-5 पेपर-2 गृह विज्ञान

बीए सेमेस्टर-5 पेपर-2 गृह विज्ञान

सरल प्रश्नोत्तर समूह

प्रकाशक : सरल प्रश्नोत्तर सीरीज प्रकाशित वर्ष : 2023
पृष्ठ :200
मुखपृष्ठ : पेपरबैक
पुस्तक क्रमांक : 2783
आईएसबीएन :0

Like this Hindi book 0

बीए सेमेस्टर-5 पेपर-2 गृह विज्ञान - सरल प्रश्नोत्तर

अध्याय - 6

युवा विकास की सहायक सेवाएँ

(Support Services of Youth Development)

प्रश्न- राष्ट्रीय कैडेट कोर (NCC) पर एक टिप्पणी लिखिये।

उत्तर -

राष्ट्रीय कैडेट कोर
(National Cadet Corps-NCC)

राष्ट्रीय कैडेट कोर (एन० सी० सी०) का प्रारम्भ सन् 1948 में हुआ था। नवयुवकों का देश में यह प्रसिद्ध संगठन है। सभी छात्र ऐच्छिक रूप से इसमें भाग ले सकते हैं। इसके सभी डिवीजनों में 12 लाख छात्र व छात्राएं हैं। जुलाई 2000 से एक लाख अतिरिक्त रिक्तियाँ स्वीकृत की गई हैं। नई दिल्ली में एन० सी० सी० के डायरेक्टर जनरल का कार्यालय है। सोलह एन० सी० सी० निदेशालय हैं। एन० सी० सी० के लिए एक केन्द्रीय सलाहकार समिति है।

एन० सी० सी० के अफसरों व कैडेटों पर सक्रिय सैन्य सेवा का उत्तरदायित्व नहीं रहता है। एक लेफ्टिनेंट जनरल के नेतृत्व में देश में इसका संगठन होता है। देश में कई एन० सी० सी० निदेशालय हैं। प्रत्येक निदेशालय का अध्यक्ष ब्रिगेडियर के समकक्ष का अधिकारी होता है।

एन० सी० सी० के तीन डिवीजन होते हैं, जो निम्नलिखित हैं -

(a) सीनियर डिवीजन।
(b) जूनियर डिवीजन फॉर ब्वायज।
(c) गर्ल्स डिवीजन जिसमें दो यूनिट होती हैं, जूनियर यूनिट में स्कूली छात्राएँ और सीनियर यूनिट में कॉलेज की छात्राएँ।

उद्देश्य

एन० सी० सी० का उद्देश्य छात्रों में निम्नलिखित गुणों का विकास करना है -

(a) सेवा का आदर्श,
(b) खेल की भावना,
(c) चरित्र,
(d) नेतृत्व।

इसका एक अन्य महत्त्वपूर्ण उद्देश्य यह है कि देश में आपातकालीन परिस्थितियों में सहायता करने के लिए अनुशासनप्रिय प्रशिक्षित जनशक्ति का निर्माण हो। वर्तमान में इसके उद्देश्यों को निम्नलिखित रूप में विस्तार से दिया गया है- 

(1) युवकों में एकता एवं अनुशासन की भावना का विकास करना।
(2) युवकों के चरित्र का निर्माण करना।
(3) युवकों में खेल भावना और साहसिक कार्य करने की क्षमता का विकास करना।
(4) युवकों में देश प्रेम एवं देश सेवा की भावना का विकास करना।
(5) युवकों में नेतृत्व शक्ति का विकास करना।
(6) युवकों में आपातकालीन स्थिति में द्वितीय पंक्ति के रूप में कार्य करने की योग्यता एवं क्षमता का विकास करना।

(7) युवकों में सेना से अधिकारी पदों पर चयन हेतु आवश्यक गुणों का विकास करना।

प्रशिक्षण कार्यक्रम

एन० सी० सी० की ट्रेनिंग में रक्षा सम्बन्धी ट्रेनिंग होती है। इसमें पर्वतारोहण, ट्रेकिंग, साइकिल चलाना, नाव चलाना आदि है। एन० सी० सी० कैडेटों को कनाडा, सिंगापुर, इंग्लैण्ड और बंगलादेश के शिविरों में भाग लेने का भी अवसर मिलता है। सन् 1983 में राष्ट्रीय एकता कार्यक्रम का श्रीगणेश हुआ जिसमें विभिन्न राज्यों के कैडेट एक-दूसरे के यहाँ रहकर प्रशिक्षण प्राप्त करते हैं। समाज सेवा के कार्यों में भी ये भाग लेते हैं। राष्ट्रीय संकट की घड़ी में इनकी स्वैच्छिक सेवा की आवश्यकता पड़ती है। एन०सी०सी० का ध्येय वाक्य है -  'एकता और अनुशासन' (Unity and Discipline)।

एन० सी० सी० का प्रशिक्षण कार्यक्रम कुल मिलाकर तीन वर्ष का है और थल (Army), जल (Navy) तथा वायु (Air Force) के कैडेट्स के लिए अलग-अलग है और अलग-अलग प्रकार का है।

इच्छुक छात्र-छात्राएँ इन प्रशिक्षण हेतु आवेदन करते हैं और निश्चित मानदण्डों के आधार पर उनका प्रशिक्षण विशेष के लिए चयन किया जाता है। इस प्रकार चयनित छात्र - छात्राओं को विभाग से कैडेट्स वर्दी दी जाती है और साथ ही उसकी धुलाई के लिए धुलाई एलाउन्स दिया जाता है। प्रशिक्षण के लिए अन्य सब सामग्री भी विभाग से ही दी जाती है।

कैडेट्स का प्रशिक्षण नियमित रूप से चलता है। इसका कार्यक्रम कुछ इस प्रकार बनाया जाता है कि छात्र-छात्राओं को उनके अध्ययन कार्य में कोई बाधा न हो। उन्हें नियमित रूप से परेड में भाग लेना होता है, दौड़ने, कूदने और भागने जैसी शारीरिक क्रियाएँ करनी होती हैं, खेल-कूद में भाग लेना होता है और रायफल होल्ड करना और उसका चलाना सीखना होता है।

शिविरों में सैन्य प्रशिक्षण कार्यों के साथ-साथ सामुदायिक विकास (Community Development) सम्बन्धी कार्यों में भाग लेना होता है। इनमें मुख्य कार्य हैं-

(1) सड़कें बनाना,
(2) छोटे-मोटे पुल बनाना,
(3) तालाब बनाना,
(4) स्वास्थ्य सेवा,
(5) स्वच्छता अभियान,
(6) रक्तदान,
(7) पर्यावरण संरक्षण,
(8) वृक्षारोपण,
(9) जनसंख्या जागरूकता,
(10) साक्षरता अभियान,
(11) प्रौढ़ साक्षरता,
(12) परिस्थितिनुसार अन्य कार्य।

इसके अतिरिक्त अलग-अलग विंग के कैडेट्स को कुछ अलग-अलग प्रकार की ट्रेनिंग लेनी होती है। थल विंग वाले कैडेट्स को घुड़सवारी, शिलारोहण, पर्वतारोहण आदि की, जल विंग वाले कैडेट्स को पानी में तैरने, पानी में नाव चलाने, पानी के खेल खेलने आदि की और वायु विंग के कैडेट्स को वायुयान से छतरी द्वारा कूदने आदि की ट्रेनिंग लेनी होती है। सर्टिफिकेट कोर्स पूरा करने वालों को कुछ कार्य रेगुलर आर्मी के सम्पर्क में भी सीखने होते हैं।

काम के आधार पर अच्छे कैडेट्स का चयन किया जाता है और उन्हें देश के विभिन्न भागों में होने वाले एन० सी० सी० कार्यक्रमों में भाग लेने के अवसर प्रदान किए जाते हैं।

राष्ट्रीय स्तर पर चयनित कैडेट्स को 26 जनवरी की परेड में भाग लेने का अवसर प्रदान किया जाता है। कुछ कैडेट्स को तो विदेश यात्रा के भी अवसर दिए जाते हैं।

प्रमाण-पत्र

एन०सी०सी० प्रशिक्षण प्राप्त कैडेट्स को तीन प्रकार के प्रमाण-पत्र दिए जाते हैं - A, B और CI

A सर्टिफिकेट - दो वर्ष का जूनियर कोर्स पूरा करने वाले और उसकी सैद्धान्तिक एवं प्रायोगिक परीक्षा उत्तीर्ण करने वाले कैडेट्स को दिए जाते हैं।

B सर्टिफिकेट - दो वर्ष का सीनियर कोर्स पूरा करने वाले और उसकी सैद्धान्तिक एवं प्रायोगिक परीक्षा उत्तीर्ण करने वाले कैडेट्स को दिए जाते हैं।

C सर्टिफिकेट - B सर्टिफिकेट प्राप्त और तीसरे वर्ष का सीनियर कोर्स पूरा करने और उसकी सैद्धान्तिक एवं प्रायोगिक परीक्षा में उत्तीर्ण होने वाले कैडेट्स को दिए जाते हैं।

प्रोत्साहन

वर्तमान में हमारे देश में इस कार्यक्रम को गति प्रदान करने के लिए प्रोत्साहन (Incentives) की भी व्यवस्था है।

(1) कुछ पाठ्यक्रमों में प्रवेश के समय एन०सी०सी० सर्टिफिकेटों पर अभिभार (Extra Weightage) दिया जाता है।

(2) सैन्य विभाग में अधिकारियों के चयन में भी इन सर्टिफिकेटों पर अभिभार दिया जाता है।
(3) अच्छे कार्य करने वाले कैडेट्स को उनके कार्यों के आधार पर पदक प्रदान किए जाते हैं।

...Prev | Next...

<< पिछला पृष्ठ प्रथम पृष्ठ अगला पृष्ठ >>

    अनुक्रम

  1. प्रश्न- सामुदायिक विकास से आप क्या समझते हैं? सामुदायिक विकास कार्यक्रम की विशेषताएँ बताइये।
  2. प्रश्न- सामुदायिक विकास योजना का क्षेत्र एवं उपलब्धियों का वर्णन कीजिए।
  3. प्रश्न- सामुदायिक विकास कार्यक्रम के उद्देश्यों को विस्तारपूर्वक समझाइए।
  4. प्रश्न- सामुदायिक विकास की विधियों को समझाइये।
  5. प्रश्न- सामुदायिक विकास कार्यक्रम के सिद्धान्तों का वर्णन कीजिए।
  6. प्रश्न- सामुदायिक विकास की विशेषताएँ बताओ।
  7. प्रश्न- सामुदायिक विकास के मूल तत्व क्या हैं?
  8. प्रश्न- सामुदायिक विकास के सिद्धान्त बताओ।
  9. प्रश्न- सामुदायिक विकास कार्यक्रम की सफलता हेतु सुझाव दीजिए।
  10. प्रश्न- सामुदायिक विकास कार्यक्रम क्या है?
  11. प्रश्न- सामुदायिक विकास योजना संगठन को विस्तार से समझाइए।
  12. प्रश्न- सामुदायिक संगठन से आप क्या समझते हैं? सामुदायिक संगठन को परिभाषित करते हुए इसकी विभिन्न परिभाषाओं का वर्णन कीजिए।
  13. प्रश्न- सामुदायिक संगठन की विभिन्न परिभाषाओं के आधार पर तत्त्वों का वर्णन कीजिए।
  14. प्रश्न- सामुदायिक संगठन के विभिन्न प्रकारों को स्पष्ट कीजिए।
  15. प्रश्न- सामुदायिक विकास संगठन की सैद्धान्तिक पृष्ठभूमि पर प्रकाश डालिये।
  16. प्रश्न- सामुदायिक संगठन के विभिन्न उद्देश्यों का वर्णन कीजिए।
  17. प्रश्न- सामुदायिक संगठन की आवश्यकता क्यों है?
  18. प्रश्न- सामुदायिक विकास संगठन के दर्शन पर संक्षिप्त लेख लिखिए।
  19. प्रश्न- सामुदायिक विकास संगठन की अवधारणा को स्पष्ट कीजिए।
  20. प्रश्न- सामुदायिक विकास प्रक्रिया के अन्तर्गत सामुदायिक विकास संगठन कितनी अवस्थाओं से गुजरता है?
  21. प्रश्न- सामुदायिक विकास संगठन की विशेषताएँ बताइये।
  22. प्रश्न- सामुदायिक संगठन और सामुदायिक विकास में अंतर स्पष्ट कीजिए।
  23. प्रश्न- सामुदायिक विकास संगठन और सामुदायिक क्रिया में अंतर बताइये।
  24. प्रश्न- सामुदायिक विकास संगठन के प्रशासनिक ढांचे का वर्णन कीजिए।
  25. प्रश्न- सामुदायिक विकास में सामुदायिक विकास संगठन की सार्थकता एवं भूमिका का वर्णन कीजिए।
  26. प्रश्न- गृह विज्ञान प्रसार शिक्षा से आप क्या समझते हैं? गृह विज्ञान प्रसार शिक्षा का क्षेत्र समझाइये।
  27. प्रश्न- गृह विज्ञान प्रसार शिक्षा के उद्देश्यों का विस्तार से वर्णन कीजिये।
  28. प्रश्न- गृह विज्ञान प्रसार शिक्षा की विशेषताएँ समझाइयें।
  29. प्रश्न- ग्रामीण विकास में गृह विज्ञान प्रसार शिक्षा का महत्व समझाइये।
  30. प्रश्न- गृह विज्ञान प्रसार शिक्षा के क्षेत्र, आवश्यकता एवं परिकल्पना के विषय में विस्तार से लिखिए।
  31. प्रश्न- समेकित बाल विकास सेवा (ICDS) कार्यक्रम को विस्तार से समझाइए।
  32. प्रश्न- स्वर्ण जयन्ती ग्राम स्वरोजगार योजना के बारे में बताइए।
  33. प्रश्न- राष्ट्रीय कैडेट कोर (NCC) पर एक टिप्पणी लिखिये।
  34. प्रश्न- राष्ट्रीय सेवा योजना (N.S.S.) पर टिप्पणी लिखिये।
  35. प्रश्न- नेहरू युवा केन्द्र संगठन का परिचय देते हुए इसके विभिन्न कार्यक्रमों का वर्णन कीजिए।
  36. प्रश्न- नेहरू युवा केन्द्र पर एक संक्षिप्त टिप्पणी लिखिये।
  37. प्रश्न- कपार्ट एवं गैर-सरकारी संगठन की विकास कार्यक्रम में महत्वपूर्ण घटक की भूमिका निभाते हैं? विस्तृत टिप्पणी कीजिए।
  38. प्रश्न- बाल कल्याण से सम्बन्ध रखने वाली प्रमुख संस्थाओं का विस्तारपूर्वक वर्णन कीजिए।
  39. प्रश्न- हेल्प एज इण्डिया के विषय में आप क्या जानते हैं? यह बुजुर्गों के लिए किस प्रकार महत्वपूर्ण है? प्रकाश डालिए।
  40. प्रश्न- संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम (UNDP) से आप क्या समझते हैं? इसके कार्यों व महत्व पर प्रकाश डालिये।
  41. प्रश्न- बाल विकास एवं आप (CRY) से आप क्या समझते हैं? इसके कार्यों एवं मूल सिद्धान्तों पर प्रकाश डालिए।
  42. प्रश्न- CRY को मिली मान्यता एवं पुरस्कारों के विषय में बताइए।
  43. प्रश्न- बाल अधिकार का अर्थ क्या है?
  44. प्रश्न- बच्चों के लिए सबसे अच्छा एनजीओ कौन-सा है?
  45. प्रश्न- राष्ट्रीय बाल अधिकार दिवस कब मनाया जाता है?
  46. प्रश्न- नेतृत्व से आप क्या समझते है? नेतृत्व की प्रमुख विशेषताओं का विश्लेषण कीजिये।
  47. प्रश्न- नेतृत्व के विभिन्न प्रारूपों (प्रकारों) की विस्तृत विवेचना कीजिए।
  48. प्रश्न- नेतृत्व प्रशिक्षण से आप क्या समझते हैं? इसके महत्व पर प्रकाश डालिए।
  49. प्रश्न- नेतृत्व प्रशिक्षण की प्रमुख प्रविधियों का विस्तारपूर्वक वर्णन कीजिए।
  50. प्रश्न- कार्यस्थल पर नेताओं की पहचान करने की विधियों का विस्तारपूर्वक वर्णन कीजिए।
  51. प्रश्न- ग्रामीण क्षेत्रों में कितने प्रकार के नेतृत्व पाए जाते हैं?
  52. प्रश्न- परम्परागत ग्रामीण नेतृत्व की विशेषताएँ बताइये।
  53. प्रश्न- नेतृत्व प्रशिक्षण को किन बाधाओं का सामना करना पड़ता है?
  54. प्रश्न- नेतृत्व की प्रमुख विशेषताओं को बताइए।
  55. प्रश्न- नेतृत्व का क्या महत्व है? साथ ही नेतृत्व के स्तर को बताइए।
  56. प्रश्न- नेतृत्व प्रशिक्षक से आप क्या समझते हैं? एक नेतृत्व प्रशिक्षक में कौन-से गुण होने चाहिए? संक्षेप में बताइए।
  57. प्रश्न- एक अच्छा नेता कैसा होता है या उसमें कौन-से गुण होने चाहिए?
  58. प्रश्न- एक अच्छा नेता कैसा होता है या उसमें कौन-से गुण होने चाहिए?
  59. प्रश्न- विकास कार्यक्रम का अर्थ स्पष्ट करते हुए विकास कार्यक्रम के मूल्यांकन में विभिन्न भागीदारों के महत्व का वर्णन कीजिए।
  60. प्रश्न- विकास कार्यक्रम चक्र को विस्तृत रूप से समझाइये | इसके मूल्यांकन पर भी प्रकाश डालिए।
  61. प्रश्न- विकास कार्यक्रम तथा उसके मूल्यांकन के महत्व का संक्षिप्त वर्णन कीजिए।
  62. प्रश्न- सामुदायिक विकास कार्यक्रम के प्रमुख घटक क्या हैं?
  63. प्रश्न- कार्यक्रम नियोजन से आप क्या समझते हैं?
  64. प्रश्न- कार्यक्रम नियोजन की प्रक्रिया का उदाहरण सहित विस्तृत वर्णन कीजिए।
  65. प्रश्न- अनुवीक्षण / निगरानी की विकास कार्यक्रमों में क्या भूमिका है? टिप्पणी कीजिए।
  66. प्रश्न- निगरानी में बुनियादी अवधारणाएँ और तत्वों का विस्तृत विवरण प्रस्तुत कीजिए।
  67. प्रश्न- निगरानी के साधन और तकनीकों का तुलनात्मक अध्ययन कीजिए।
  68. प्रश्न- मूल्यांकन डिजाइन (मूल्यांकन कैसे करें) को समझाइये |
  69. प्रश्न- मूल्यांकन के विभिन्न पहलुओं पर विस्तृत चर्चा कीजिए।
  70. प्रश्न- मूल्यांकन की विभिन्न विधियों का वर्णन कीजिए।
  71. प्रश्न- निगरानी का अर्थ स्पष्ट कीजिए।
  72. प्रश्न- निगरानी के विभिन्न प्रकारों का वर्णन कीजिए।
  73. प्रश्न- निगरानी में कितने प्रकार के सूचकों का प्रयोग किया जाता है?
  74. प्रश्न- मूल्यांकन का अर्थ और विशेषताएँ बताइये।
  75. प्रश्न- निगरानी और मूल्यांकन के बीच अंतर लिखिए।
  76. प्रश्न- मूल्यांकन के विभिन्न प्रकारों को समझाइये।

अन्य पुस्तकें

लोगों की राय

No reviews for this book